फ़िक्स्ड डिपॉज़िट
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट (सावधि जमा) या FD इन्वेस्टमेंट का एक विकल्प है जहां आपको पूर्व-निर्धारित अवधि के लिए एक विशिष्ट राशि जमा करने की आवश्यकता होती है। बैंक आपकी जमा राशि पर समयावधि और लागू FD ब्याज दरों के आधार पर एक निश्चित ब्याज दर प्रदान करते हैं। यह एक गारंटीड इन्वेस्टमेंट है जो शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म के फ़ाइनेंशियल (वित्तीय) लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करने के लिए सुनिश्चित रिटर्न प्रदान करता है। FD स्कीम में इन्वेस्टमेंट करने से, आपके पास एक स्टैंडर्ड सेविंग अकाउंट की तुलना में बेहतर रिटर्न पाने का अवसर हो सकता है।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट क्या है?
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट एक प्रकार का इन्वेस्टमेंट है जो इन्वेस्टर (निवेशकों) को एक निश्चित अवधि के लिए अपने फ़ंड पर ब्याज अर्जित करने की अनुमति देता है। मूलधन के साथ जमा हुआ ब्याज मैच्योरिटी (परिपक्वता) के समय इन्वेस्टर (निवेशक) को दिया जाता है। इसे फ़िक्स्ड डिपॉज़िट के रूप में भी जाना जाता है। FD स्कीम सबसे सुरक्षित विकल्पों में से एक है, क्योंकि यह गारंटीड रिटर्न प्रदान करती है।
FD में इन्वेस्ट करने का मतलब एक निश्चित अवधि के लिए अपने पैसे को लॉक करना है। आप प्रारंभिक इन्वेस्टमेंट पर संचयी आधार पर ब्याज अर्जित करते हैं। यदि आपके पास पहले से सेविंग अकाउंट (बचत खाता) है, तो आप आसानी से बैंक में फ़िक्स्ड डिपॉज़िट कर सकते हैं। हालांकि, बिना सेविंग अकाउंट के भी FD अकाउंट खोलना संभव है। ऐसे में आपको पूरी KYC (केवाईसी) प्रक्रिया से गुजरना होगा।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट के प्रकार
इन्वेस्टर कई तरह के FD विकल्प चुन सकते हैं। भारत में बैंकों द्वारा प्रदान किए जाने वाले कुछ सबसे सामान्य प्रकार के फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट इस प्रकार हैं: -
स्टैंडर्ड FD
किसी स्टैंडर्ड फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट के तहत, पैसा एक निश्चित अवधि के लिए जमा किया जाता है। समयावधि 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष तक हो सकता है। दी जाने वाली ब्याज दरें रेगुलर सेविंग अकाउंट (नियमित बचत खाते) की तुलना में अधिक होती हैं।
टैक्स-सेविंग FD
टैक्स-सेविंग FD धारा 80C के तहत फ़ाइनेंशियल ईयर (वित्तीय वर्ष) में 1.5 लाख रुपये तक की शुरुआती इन्वेस्टमेंट अमाउंट (राशि) पर टैक्स छूट प्रदान करती है। इस प्रकार की FD के लिए लॉक-इन अवधि 5 वर्ष है, जिसके भीतर किसी भी तरह की निकासी की अनुमति नहीं है। इसमें सिर्फ़ एकमुश्त जमा की अनुमति देता है।
क्युमुलेटिव FD
क्युमुलेटिव (संचयी) FD के साथ, ब्याज को तिमाही या वार्षिक आधार पर संयोजित किया जाता है और मैच्योरिटी (परिपक्वता) के पूरा होने के बाद भुगतान किया जाता है। इस प्रकार की फ़िक्स्ड डिपॉज़िट का प्राथमिक लाभ यह है कि यह आपकी सेविंग को सतत वृद्धि प्रदान करता है।
नॉन-क्युमुलेटिव FD
नॉन-क्युमुलेटिव (गैर-संचयी) FD के तहत, इन्वेस्टर की पसंद के अनुसार ब्याज का भुगतान तिमाही, मासिक, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक किया जा सकता है। यह उन पेंशनभोगियों के लिए एक बढ़िया विकल्प हो सकता है जो आय के एक निश्चित स्रोत की तलाश में हैं।
फ़्लेक्सी FD
फ़्लेक्सी फ़िक्स्ड डिपॉजिट व्यक्ति के बैंक खाते से जुड़ा होता है। पैसा मूल रूप से फ़िक्स्ड डिपॉज़िट और सेविंग अकाउंट के बीच सेटल होता है।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट की विशेषताएं और लाभ
अब जबकि हमने इस सवाल का जवाब दे दिया है- 'फ़िक्स्ड डिपॉज़िट क्या है?', अब समय आ गया है कि हम अधिक स्पष्ट जानकारी पाने करने के लिए FD की विशेषताओं और लाभों को देखें। फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट की कुछ विशेषताएं इस प्रकार हैं: -
गारंटीड रिटर्न
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट के साथ सुनिश्चित रिटर्न पाना संभव है। FD में इन्वेस्ट करने से पहले ही आप अपना रिटर्न जान सकते हैं। यह सुविधा FD को एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट का विकल्प बनाती है।
सुविधाजनक समयावध
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान इन्वेस्टर को अपना समयावधि चुनने की सुविधा देता है। जमा की अवधि 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष के बीच कुछ भी हो सकती है।
ब्याज दर
आपकी जमा राशि पर दी जाने वाली ब्याज दर आपके द्वारा चुनी गई अवधि पर निर्भर करती है। ब्याज दर पूरी समयावधि में स्थिर बनी रहती है।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट पर लोन
आप, एक इन्वेस्टर के तौर पर, अपने FD अकाउंट पर लोन प्राप्त कर सकते हैं। यह सुविधा ज़रूरी परिस्थितियों में काम आ सकती है। अपने FD अकाउंट के बदले में लोन लेकर, आपको समय से पहले अपना अकाउंट बंद करने की आवश्यकता नहीं है।
इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न
इन्वेस्टमेंट की अवधि जितनी अधिक होगी, व्यक्ति उतना ही अधिक रिटर्न प्राप्त कर सकता है। इसके अला��ा, इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप नियमित रूप से ब्याज प्राप्त करना चाहते हैं या इसे दोबारा इन्वेस्ट करना चाहते हैं।
FD में इन्वेस्टमेंट के लिए पात्रता मानदंड
FD स्कीम में इन्वेस्ट करने के लिए पात्रता मानदंड इस प्रकार हैं: -
व्यक्तिगत के लिए
- भारतीय निवासी
- भारतीय मूल के लोग
- गैर-भारतीय निवासी
FD अकाउंट खोलने के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट
बैंक में फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट खोलने के लिए, आपको निम्नलिखित डॉक्यूमेंट जमा करने पड़ सकते हैं: -
पहचान का प्रमाणपत्र: पैन कार्ड, वोटर आईडी, आधार कार्ड, राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि।
पता का प्रमाणपत्र: चेक, उपयोगिता बिल, पहचान या डाकघर द्वारा जारी प्रमाणपत्र के साथ बैंक स्टेटमेंट।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट की ब्याज दरें
FD की ब्याज दरें बैंकों द्वारा उनकी फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान पर दी जाने वाली ब्याज दर को संदर्भित करती हैं। फ़िक्स्ड डिपॉज़िट इन्वेस्टर के बीच एक पसंदीदा फ़ाइनेंशियल साधन है, क्योंकि यह उच्च ब्याज दर और सुनिश्चित रिटर्न प्रदान करता है। FD स्कीम के लिए ब्याज दर बैंक द्वारा निर्धारित की जाती है। रेपो रेट फ़िक्स्ड डिपॉज़िट की ब्याज दरों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारकों में से एक है।
किसी भी फ़िक्स्ड डिपॉज़िट को एक सुरक्षित इन्वेस्टमेंट माना जाता है जो लगातार ब्याज दर प्रदान करता है और मार्केट से संबंधित कोई जोखिम नहीं है। अपने इन्वेस्टमेंट पर अधिकतम रिटर्न पाने के लिए, फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अकाउंट खोलने से पहले FD की ब्याज दरों की तुलना करना सुनिश्चित करें।
क्युमुलेटिव बनाम नॉन-क्युमुलेटिव फ़िक्स्ड डिपॉज़िट
क्युमुलेटिव डिपॉज़िट वह है जहां अर्जित ब्याज इन्वेस्टमेंट अवधि के पूरा होने पर जमा किया जाता है। प्रत्येक चक्र में अर्जित ब्याज को मूल राशि में जोड़ा जाता है। इससे कंपाउंडिंग होती है, जो बदले में उच्च रिटर्न देती है।
नॉन-क्युमुलेटिव FD के साथ, इन्वेस्टर को नियमित रूप से अर्जित ब्याज का भुगतान किया जाता है। इसका भुगतान मासिक, तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक किया जा सकता है। यह कम रिटर्न देता है क्योंकि कंपाउंडिंग की शक्ति पूरी तरह से महसूस नहीं होती है।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट में इन्वेस्ट कैसे करें?
इससे पहले कि हम आगे बढ़ें, आइए देखें कि आप फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान में कैसे इन्वेस्ट कर सकते हैं। आप इन आसान स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं:-
FD की ब्याज़ दरों की तुलना करना
विभिन्न बैंकों द्वारा दी जाने वाली फ़िक्स्ड डिपॉज़िट की ब्याज दरें अलग-अलग होती हैं। यही कारण है कि FD प्लान चुनना महत्वपूर्ण है जो अधिकतम रिटर्न देने के लिए उच्चतम ब्याज दर प्रदान करती है।
अपना समयावधि चुनना
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान की समयाविध 7 दिनों से लेकर 10 वर्ष के बीच कुछ भी हो सकती है। अपनी सुविधा और आवश्यकता के आधार पर समयावधि का चयन करें। यदि आप लॉन्ग टर्म (लंबी अवधि) के लिए इन्वेस्ट करने की योजना बना रहे हैं, तो आप कम से कम 5 साल के लिए इन्वेस्ट कर सकते हैं। इस तरह की FD स्कीम से इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80C के तहत टैक्स बचाने में मदद मिलेगी।
भुगतान की आवृत्ति चुनना
अपनी FD इनवेस्टमेंट अवधि तय करने के बाद, आपको भुगतान की आवृत्ति का चयन करना होगा। आपके पास मासिक,तिमाही, अर्ध-वार्षिक या वार्षिक भुगतान विकल्पों के बीच चयन करने की सुविधा है।
जमा करने का अपना तरीका चुनना
अंत में, आपको जमा करने का तरीका तय करना होगा। अधिकांश बैंक और NBFCs (एनबीएफ़सी) अपने ग्राहकों को नेट बैंकिंग के माध्यम से ऑनलाइन जमा करने की अनुमति देते हैं। आप अपनी जमा राशि जमा करने के लिए निकटतम शाखा में भी जा सकते हैं।
सही फ़िक्स्ड डिपॉज़िट कैसे चुनें?
यदि आप इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि आपको कौन-सा FD प्लान चुनना चाहिए, तो यहां कुछ कारक हैं जिन पर आपको फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान में इन्वेस्ट करने से पहले विचार करना चाहिए: -
समयावधि
FD की ब्याज़ दरें अवधि के साथ बदलती रहती हैं। लॉन्ग टर्म (लंबी अवधि) वाली FD योजनाओं की दरें अधिक होती हैं। आपके फ़ड में लंबी अवधि के लॉक के साथ FD प्लान और तरलता के विकल्प से समझौता करती हैं। इसलिए, अपने लॉन्ग या शॉर्ट फ़ाइनेंशियल उद्देश्यों के अनुसार अपना समयावधि चुनें।
ब्याज दर
प्रस्तावित ब्याज दर विचार करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। ब्याज दर जितनी अधिक होगी, रिटर्न उतना ही अधिक होगा।
समय से पहले निकासी
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान चुनने से पहले, आपको समय से पहले निकासी की शर्तों की जांच करनी चाहिए। अधिकांश फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान समय से पहले निकासी के लिए जुर्माना लगाती हैं।
अन्य लाभ
अन्य लाभों के लिए भी जांच करना सुनिश्चित करें। अधिकांश FD प्लान FD अकाउंट पर लोन लेने की सुविधा, एक ऑटो-रिन्यूअल सुविधा और आपके फ़ंड की उच्च तरलता के लिए एक ओवरड्राफ़्ट सुविधा प्रदान करती हैं।
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट में किसे इन्वेस्ट करना चाहिए?
फ़िक्स्ड डिपॉज़िट प्लान किसी विशेष वर्ग के लोगों के लिए नहीं बनाई गई है। FD स्कीम में कोई भी इन्वेसट कर सकता है। हालांकि, हम कह सकते हैं कि यह जोखिम से बचने वाले इन्वेस्टर के लिए एक आदर्श इन्वेस्टमेंट विकल्प है जो गारंटीड रिटर्न की तलाश में हैं। यह रेगुलर सेविंग अकाउंट की तुलना में अधिक ब्याज दर प्रदान करता है और व्यक्तियों को उनके भविष्य के फ़ाइनेंशियल लक्ष्यों को पूरा करने में भी मदद कर सकता है।
FD कैलकुलेटर
FD एक इन्वेस्टमेंट प्लान है जहां आप इन्वेस्टमेंट करने से पहले ही अपना रिटर्न जान सकते हैं। आप FD कैलकुलेटर जैसे फ़ाइनेंशियल साधन का उपयोग करके मिनटों में अर्जित ब्याज और परिपक्वता राशि की गणना कर सकते हैं।
FD मैच्योरिटी राशि की मैन्युअल रूप से गणना करना जटिल हो सकता है। FD कैलकुलेटर के साथ आपको बस कुछ इनपुट साझा करने की आवश्यकता है और यह आपको मैच्योरिटी राशि का पता लगाने में मदद करेगा।
आप अपनी मैच्योरिटी राशि का पता लगाने के लिए FD कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं।
निष्कर्ष: अब जब आप समझ गए हैं कि फ़िक्स्ड डिपॉज़िट कैसे काम करता है, तो हम एक ऐसा प्रोडक्ट ऑफ़र करना चाहेंगे जिसमें गारंटीड*# रिटर्न और लाइफ़ कवर दोनों हैं।